Zodiac Astrology के इस लेख में एक बार फिर से आप का स्वागत हैं. भारतीय ज्योतिष में राशियां न सिर्फ हमारे जन्म का संकेत देती हैं, बल्कि हमारे स्वभाव, पसंद, करियर, रिश्ते और जीवनशैली के बारे में भी बहुत कुछ बताती हैं। आइए सरल भाषा में समझते हैं कि राशि क्या होती है, कितनी होती हैं, और इनका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।
राशि क्या होती है?
राशि का मतलब है आकाश में सूर्य की स्थिति के आधार पर बना एक खगोलीय क्षेत्र। जब आप जन्म लेते हैं, उस समय सूर्य जिस राशि में होता है, वही आपकी सूर्य राशि कहलाती है। Zodiac Astrology में यह हमारे बाहरी स्वभाव, सोचने का तरीका और जीवन के प्रति नजरिए को दर्शाती है।

कुल कितनी राशियां होती हैं और उनके नाम क्या हैं?
ज्योतिष में कुल 12 राशियां होती हैं। ये इस प्रकार हैं:
- मेष (Aries)
- वृषभ (Taurus)
- मिथुन (Gemini)
- कर्क (Cancer)
- सिंह (Leo)
- कन्या (Virgo)
- तुला (Libra)
- वृश्चिक (Scorpio)
- धनु (Sagittarius)
- मकर (Capricorn)
- कुंभ (Aquarius)
- मीन (Pisces)
अपनी सही राशि कैसे जानें?
आपकी राशि जन्म तिथि पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी जन्मतिथि 21 मार्च से 19 अप्रैल के बीच है, तो आपकी राशि मेष होगी।
👉 सूर्य राशि: जन्म की तारीख से तय होती है।
👉 चंद्र राशि: जन्म समय और स्थान के अनुसार चंद्रमा की स्थिति पर आधारित होती है।
(सूर्य राशि आपके बाहरी व्यक्तित्व को दर्शाती है, जबकि चंद्र राशि आपकी भावनाओं और अंदरूनी स्वभाव को)
राशि और नक्षत्र में क्या अंतर है?
- राशि: 12 होती हैं, जो सूर्य की स्थिति पर आधारित होती हैं।
- नक्षत्र: कुल 27 होते हैं, जो चंद्रमा की स्थिति पर आधारित होते हैं।
दोनों का आपस में गहरा संबंध है। आपकी कुंडली में नक्षत्र और राशि मिलकर आपके पूरे व्यक्तित्व और भाग्य को प्रभावित करते हैं।
प्रत्येक राशि का स्वभाव, गुण और विशेषताएं
राशि | स्वभाव | मुख्य गुण |
---|---|---|
मेष | तेज़, साहसी | लीडरशिप, ऊर्जा |
वृषभ | स्थिर, धैर्यवान | विश्वसनीय, व्यावहारिक |
मिथुन | चंचल, बातूनी | बुद्धिमान, सामाजिक |
कर्क | भावुक, संवेदनशील | देखभाल करने वाले |
सिंह | आत्मविश्वासी | नेतृत्व, रचनात्मकता |
कन्या | विश्लेषक, व्यवस्थित | मेहनती, आलोचक |
तुला | संतुलित | न्यायप्रिय, सौंदर्यप्रिय |
वृश्चिक | रहस्यमयी | जुनूनी, वफादार |
धनु | खुले विचारों वाले | रोमांचप्रिय, ईमानदार |
मकर | अनुशासित | मेहनती, लक्ष्य केंद्रित |
कुंभ | स्वतंत्र | इनोवेटिव, सामाजिक |
मीन | कल्पनाशील | सहानुभूति, रचनात्मक |
प्रत्येक राशि का स्वामी ग्रह कौन होता है?
राशि | स्वामी ग्रह |
---|---|
मेष | मंगल |
वृषभ | शुक्र |
मिथुन | बुध |
कर्क | चंद्र |
सिंह | सूर्य |
कन्या | बुध |
तुला | शुक्र |
वृश्चिक | मंगल |
धनु | गुरु (बृहस्पति) |
मकर | शनि |
कुंभ | शनि |
मीन | गुरु (बृहस्पति) |
नोट :- राहु और केतु ग्रह को छाया ग्रह माना जाता हैं. ऐसे में इन्हें किसी राशि का स्वामी नहीं माना जाता हैं. परन्तु कुछ ज्योतिषविद बुध की राशि कन्या पर राहु और मिथुन पर केतु का आधिपत्य भी मानते हैं.
यह तो आप उपर दी गयी टेबल के माध्यम से समझ गए होंगे की कौन सा ग्रह किस राशि पर प्रभाव रखता हैं. इसके आगे अब हम आप को बताएँगे की Zodiac Astrology में कौन सा ग्रह किस राशि पर कितने समय के लिए रुकता हैं.
एक राशि में स्वामी ग्रह के ठहरने का समय
कोई भी ग्रह किसी एक राशि पर कितने समय के लिए विचरण करता हैं, रुकता हैं , ठहरता हैं या उस में बना रहता हैं. इसके बारे में हम आप को नीचे टेबल के माध्यम से समझा रहें हैं. इससे आप को समझने में आसानी होगी.
क्रम. सं. | ग्रह का नाम | एक राशि में ठहरने का समय |
01 | सूर्य | एक महीना |
02 | चन्द्र | सवा दो दिन |
03 | मंगल | डेढ़ महीना (1 माह 15 दिन) |
04 | बुध | पौन महीना (22.5 दिन) |
05 | बृहस्पति | तेरह महीने (1 वर्ष 1 महीना) |
06 | शुक्र | पौन महीना (22.5 दिन) |
07 | शनि | ढाई वर्ष (2.5 वर्ष) |
08 | राहु | डेढ़ वर्ष (1.5 वर्ष) |
09 | केतु | डेढ़ वर्ष (1.5 वर्ष) |
तो आप यह उपर दी गयी टेबल देखकर पता कर सकते हैं कि कौन सा ग्रह किस राशि में कितने समय के लिए रुकता या ठहरता हैं. जो ग्रह जिस राशि में जितने समय के लिए जिस भी राशि में रुकता हैं उस समय को राशि में ग्रह का भोग – काल कहा जाता हैं.
प्रत्येक राशि से संबंधित तत्व क्या हैं?
चार तत्व होते हैं – अग्नि, पृथ्वी, वायु और जल। ये व्यक्ति के स्वभाव को दर्शाते हैं।
तत्व | राशियां | गुण |
---|---|---|
अग्नि | मेष, सिंह, धनु | ऊर्जा, उत्साह |
पृथ्वी | वृषभ, कन्या, मकर | व्यावहारिकता, स्थिरता |
वायु | मिथुन, तुला, कुंभ | बुद्धि, सामाजिकता |
जल | कर्क, वृश्चिक, मीन | भावनात्मकता, संवेदनशीलता |
प्रत्येक राशि का प्रतीक चिन्ह क्या दर्शाता है?
प्रत्येक राशि का एक चिन्ह होता है जो उसके मूल स्वभाव को दर्शाता है। जैसे:
- मेष (भेड़) – साहसी और अगुवा
- वृषभ (बैल) – स्थिर और मेहनती
- मिथुन (जुड़वां) – दोहरे स्वभाव के
- कर्क (केकड़ा) – रक्षक और भावुक
- सिंह (शेर) – शाही और आत्मविश्वासी
- कन्या (कन्या) – शुद्धता और सेवा भाव
- तुला (तराजू) – संतुलन और न्याय
- वृश्चिक (बिच्छू) – रहस्यमयी और तीव्र
- धनु (धनुषधारी) – लक्ष्यभेदी
- मकर (बकरी) – परिश्रमी और धैर्यवान
- कुंभ (घड़ा) – ज्ञानवर्धक और अलग सोच वाले
- मीन (मछलियाँ) – भावनात्मक और कल्पनाशील
किस राशि के लोग किन क्षेत्रों में सफल होते हैं?
- मेष: सेना, खेल, नेतृत्व
- वृषभ: बैंकिंग, संगीत, फैशन
- मिथुन: मीडिया, लेखन, मार्केटिंग
- कर्क: चिकित्सा, समाज सेवा
- सिंह: अभिनय, राजनीति
- कन्या: अकाउंटिंग, रिसर्च
- तुला: कानून, डिजाइनिंग
- वृश्चिक: गुप्तचर, मनोविज्ञान
- धनु: शिक्षा, पर्यटन
- मकर: प्रशासन, इंजीनियरिंग
- कुंभ: टेक्नोलॉजी, रिसर्च
- मीन: कला, चिकित्सा
स्वास्थ्य पर राशि का प्रभाव
हर राशि कुछ विशेष अंगों को प्रभावित करती है:
- मेष: सिरदर्द, माइग्रेन
- वृषभ: गला, थायरॉइड
- कर्क: पेट की समस्याएं
- कन्या: पाचन तंत्र
- तुला: त्वचा, गुर्दे
(उपाय: योग, खानपान, ग्रह शांति उपाय)
कौन सी राशियां एक-दूसरे के साथ मेल खाती हैं?
- मेष – सिंह, धनु
- वृषभ – कन्या, मकर
- मिथुन – तुला, कुंभ
- कर्क – वृश्चिक, मीन
विवाह के लिए कौन सी राशियां अनुकूल होती हैं?
Zodiac Astrology यानि राशियों की अनुकूलता वैवाहिक सुख में बहुत योगदान देती है। लेकिन इसके साथ-साथ चंद्र कुंडली, गुण मिलान और नाड़ी दोष भी देखना जरूरी होता है।
राशि अनुसार भाग्यशाली रंग और अंक
राशि | रंग | अंक |
---|---|---|
मेष | लाल | 9 |
वृषभ | हरा | 6 |
मिथुन | पीला | 5 |
कर्क | सफेद | 2 |
सिंह | सुनहरा | 1 |
कन्या | भूरा | 5 |
तुला | गुलाबी | 6 |
वृश्चिक | मरून | 9 |
धनु | नारंगी | 3 |
मकर | काला | 8 |
कुंभ | नीला | 4 |
मीन | बैंगनी | 7 |
राशि के अनुसार उपाय
Zodiac Astrology के हिसाब से12 राशियों के लिए उपाय दिए गए हैं, आप इनमे से अपनी राशि के अनुसार वह उपाय कर सकते हैं. इससे आपको जल्द ही लाभ देखने के लिए मिलेगा.
- मेष: मंगल के लिए हनुमान चालीसा पढ़ें।
- वृषभ: शुक्र के लिए सफेद चीजें दान करें।
- मिथुन: बुध के लिए तुलसी में जल चढ़ाएं।
- कर्क: चंद्रमा के लिए शिव चालीसा का पाठ करें।
- सिंह: सूर्य को जल अर्पित करें।
- कन्या: बुध के लिए गाय को हरा चारा खिलाएं।
- तुला: शुक्र के लिए लक्ष्मी जी की पूजा करें।
- वृश्चिक: मंगल के लिए गरीबों को भोजन कराएं।
- धनु: गुरु के लिए केले के पेड़ की पूजा करें।
- मकर: शनि के लिए शनिदेव की पूजा करें।
- कुंभ: शनि के लिए पीपल में जल चढ़ाएं।
- मीन: गुरु के लिए पीले वस्त्र धारण करें।
क्या एक ही राशि के सभी लोग एक जैसे होते हैं ?
नहीं। राशि सिर्फ एक संकेत है। कुंडली के अन्य तत्व जैसे लग्न, नक्षत्र, ग्रहों की स्थिति, दशा आदि भी आपके व्यक्तित्व और भविष्य को प्रभावित करते हैं।
क्या राशि भविष्य पर विश्वास करना चाहिए?
Zodiac Astrology में राशिफल हमें एक संकेत देता है, लेकिन इसे अंतिम सत्य नहीं मानना चाहिए। ज्योतिष एक विज्ञान है, लेकिन जीवन के निर्णय सोच-समझकर और अनुभव के आधार पर भी लेने चाहिए।
निष्कर्ष
राशियां हमारे जीवन का आईना हैं। ये न सिर्फ हमें खुद को जानने का मौका देती हैं, बल्कि दूसरों को समझने में भी मदद करती हैं। सही जानकारी, विश्वास और समझ के साथ ज्योतिष को अपनाया जाए, तो यह जीवन को सकारात्मक दिशा दे सकता है।
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